महिला सशक्तिकरण के लिए रेडियो मधुबन और स्फेरुल फाउंडेशन के द्वारा स्वयं शक्ति कार्यक्रम का आयोजन
ग्रामीण महिलाओं को अपना रोजगार शुरू करने के लिए सामग्री उपलब्ध कराई गई।

आबूरोड : महिलाओं को अब अपने पांव पर खड़े रहने के लिए मदद तो मिल गई लेकिन इसके साथ आध्यात्मिकता भी जरूरी है आध्यात्मिकता से आपके जीवन में खुशियां आएगी आध्यात्मिकता परिवार को बुरी आदत से बचाती है यह बात अपने मार्गदर्शन ने ब्रह्माकुमारी विद्यालय की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका उषा दीदी ने कही |
रेडियो मधुबन और स्फेरुल फाउंडेशन के द्वारा स्वयं शक्ति कार्यक्रम का आयोजन मनमोहिनी वन के ग्लोबल ऑडिटोरियम हॉल में किया गया था इस समय मल्टीमीडिया के अध्यक्ष करुणा भाई जी स्फेरुल फाउंडेशन के व्यवस्थापक शांति सागर कांबले, आबूरोड आसपास के विभाग की महिलाएं, रेडियो मधुबन के प्रोडक्शन हेड कृष्णा दीदी, पवित्र भाई, रोहित भाई तथा रेडियो की सारी टीम उपस्थित थी। इस कार्यक्रम में रेडियो मधुबन के द्वारा स्फेरुल फाउंडेशन की मदद से दस महिलाओं को अपना रोजगार शुरू करने के लिए सामग्री उपलब्ध कराई गई।
उषा दीदी ने आगे कहा कि अभी तो आपकी यह शुरुआत है आप इसके साथ और भी छोटे बड़े उद्योग कर आगे बढ़ सकते हैं।
करुणा भाई जी ने कहा कि आज हर एक अपने लिए काम करता है लेकिन यह महिलाओं को आगे बढ़ने का महत्वपूर्ण कार्य हो रहा है ऐसे काम करो जो दूसरों का भी भला हो और स्वयं का भी भला हो उन्होंने विश्व मेडिटेशन दिवस की बात कहते हुए यह बताया की ईश्वर का ध्यान करने से जीवन में सच्ची खुशी और आनंद आ जाता है संयुक्त राष्ट्र संघ भी इसके लिए प्रयास रत है।
हिंसा को नो जो इस कार्यक्रम के बारे में कृष्णा बहन ने जानकारी दी तथा इसकी सदस्य पवन बहन ने सभी महिलाओं की वर्तमान की हालत बताई उन्हें रोजगार मिलने की बहुत समय से मांग थी वह आज इस कार्यक्रम के द्वारा पूरी हो रही है अब महिलाएं स्वयं आगे बढ़े हिम्मत रखे तो परिवार को अच्छी तरह से संभाल सकते हैं।
कार्यक्रम का सूत्र संचालन लवली बहन जी ने किया और आरुषि बहन ने सभी को राजयोग मेडिटेशन की अनुभूति कराई।





